
आओ री सहेलियो मिल.. मंगल गाओ री,
आओ री सहेलियो मिल.. मंगल गाओ री,
श्री यमुना महरानी ने लाड लडाओ री |
कुंज निकुंज धरे हैं सिंहासन,
मखमल गादी तकिया धराओ री ||1||
केसरिया वस्त्र विविध आभूषण,
नख शिख, नवल श्रिंगार धराओ री ||2||
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फूल गुलाब मनोहर माला,
कर मनुहार प्यारी को पहराओ री ||3||
मधु मेवा पकवान मिठाई,
कनक कटोरा भर भोग धराओ री ||4||
शीतल जल जमुना जल झारी,
सुगंध सहित बीडा पान धराओ री ||5||
चुन चुन कालियां सेज बिछाई,
रसिक प्रीतम संग प्यारी को रचाओ री ||6||
नाचो गाओ मृदंग बजाओ,
रसिक प्रीतम संग प्यारी को रिझाओ री ||7||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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