तू जपले कृष्णा कन्हैयातेरा लगंणा नहीं रुपैया लगंणा नहीं रुपैया ,
तू जपले कृष्णा कन्हैया
तेरा लगंणा नहीं रुपैया
लगंणा नहीं रुपैया , तेरा लगंणा नहीं रुपैया
जपले , ओ जपले , तू जपले कृष्णा कन्हैया
जो जपता उसको फल मिलता
उसका तो खोटा सिक्का चलता
पार करेंगे , पार करेंगे , पार करेंगे नैया
तेरा लगंणा नहीं रुपैया ||1||
मीरा पी गयी विष का प्याला
उसका विष अमृत कर डाला
वो नाची , वो नाची , वो नाची ता ता थैया
तेरा लगंणा नहीं रुपैया ||2||
द्रौपदी ने जब नाम धियाँया
श्याम ने आ कर चीर बढ़ाया
ऐसे , हाँ ऐसे , ये ऐसे लाज बचैया
तेरा लगंणा नहीं रुपैया ||3||
श्याम सुन्दर बनकर मतवाला
रतटा हैं इस नाम की माला
पडो श्याम के, पडो श्याम के पडो श्याम के पैंया
तेरा लगंणा नहीं रुपैया ||4||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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