प्रेम करते हैं,श्याम हम तुमसेप्रेम करना,ओ श्याम तुम हमसे |प्रेम
प्रेम करते हैं,श्याम हम तुमसे
प्रेम करना,ओ श्याम तुम हमसे |
प्रेम करना है,गर नादानी
श्याम करने दो,हमें नादानी
माफ़ करना,हो भूल कोइ हमसे ||1||
समझो दिल की,मेरी गहराई
सही जाती न,दूरी जुदाई
राज़ दिल के,छुपे नहीं है तुमसे ||2||
याचक दर के,हम तेरे पुजारी
सेवा करते रहें,हम तुम्हारी
'टीकम' अरजी है,श्याम यही तुमसे ||3||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
0 Comments: