राधे तेरा बरसाना इस जग से न्यारा हैहम और किधर

राधे तेरा बरसाना इस जग से न्यारा हैहम और किधर



राधे तेरा बरसाना इस जग से न्यारा है
हम और किधर जाएँ यही घर अब हमारा है |




तेरे बरसाने की श्यामा हर बात निराली है
दिन प्रेम की होली है हर रात दीवाली है
यहां प्रेम के दीपक से सब कुछ उजियारा है ||1||



हर लता पता भी श्यामा तेरा नाम ही गाती है
मीठी सी पवन बहती तेरी याद दिलाती है
तेरे नाम ने ही श्यामा ये जगत निखारा है ||2||



विनती है यही श्यामा इतनी तुम कृपा करना
निर्धन की झोली को राधा नाम से तुम भरना
छोड़ सारे जगत को तेरा नाम पुकारा है ||3||



नहीं मेरी समर्था कुछ तेरा गुणगान करूँ
चरणों की दासी बनूँ मैं तुझ पर प्राण धरूँ
तेरा नाम ही जीवन धन यही प्राण प्यारा है ||4||


जय श्री राधे कृष्ण



       श्री कृष्णाय समर्पणम्

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