
मैंने छोड़ी रे जगत की यारी
कन्हैया मेरा यार मिल गया
मैं तो भूल गयी दुनिया सारी
कन्हैया मेरा यार मिल गया
झूठे है सब दुनिया के नाते
झूठे है सब कसमे वादे
मैंने तोड़ ली है रस्मे सारी ll1ll
यार अनोखा मेरा कन्हैया
सौंप दी है मैंने जीवन नैया
मेरे जीवन धन बनवारी ll2ll
तुम्हे छोड़कर मैं कहाँ जाऊँ
दुनिया में किसको अपना बनाऊँ
मैं तो दासी बन गयी तुम्हारी ll3ll
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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