
राम न बिसार बंदे,श्याम ना बिसार बन्देखाली आना खाली जानाधन
राम न बिसार बंदे,
श्याम ना बिसार बन्दे
खाली आना खाली जाना
धन यौवन का नहीं ठिकाना l
इसमें न् है कुछ सार बन्दे
राम न बिसार बन्दे
श्याम न बिसार बन्दे ll1ll
यह दुनिया दो दिन का मेला
ना तू किसी का ना कोई तेरा
जीवन के दिन चार बन्दे ll2ll
जग में फूल खिलते हैं रंगीले
सुंदर प्यारे और रसीले
मत करना तू इनसे प्यार बन्दे ll3ll
भूले राही सुनते जाना
झूठे जग में ना भरमाना
तेरी मंजिल है पास बन्दे ll4ll
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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