
भारत के प्राणाधार हो तुम
श्री कृष्ण!तुम्हारी जय होवे l
इस नैया के पतवार हो तुम
श्री कृष्ण!तुम्हारी जय होवे
बंशी तुम कभी बजाते हो,
गीता तुम कभी सुनाते हो
इस पार हो तुम ,उस पार हो तुम
श्री कृष्ण!तुम्हारी जय होवे ||1||
आ जाओ फिर ब्रजमंडल में
गोपाल बनो फिर गोकुल में
उजड़े घर के श्रृंगार हो तुम
श्री कृष्ण!तुम्हारी जय होवे ||2||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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