
तर्ज़ - बने हैं याचक कृपा निधान*
ओ मईया, सबको सुख दो ना
हर प्राणी के, मन की आशा, आज पुरा दो ना
ओ मईया
हर प्राणी की नज़र तुम्ही पर
एक नज़र माँ डालो हम पर
आज करो खुशियों की बारिस, महर लुटा दो ना
ओ मईया . . .
आज तो मईया ऐसा वर दो
सबको रोटी कपड़ा घर दो
इस धरती को घर घर को माँ, चमन बना दो ना
ओ मईया . . .
सबके मन में प्यार बसा दो
हिंसा बुराई दूर हटा दो
कहे *"रवि"* सम्पूर्ण जगत को, ममता से भर दो ना
ओ मईया . . .
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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