तर्ज- श्याम तुमसे मिलने का गुरु जी दूर करो मेरे दिल

तर्ज- श्याम तुमसे मिलने का गुरु जी दूर करो मेरे दिल






तर्ज- श्याम तुमसे मिलने का 





गुरु जी दूर करो मेरे दिल में अँधेरा है,
ये दास अयोग्य सही ये दास तो तेरा है ||



शबरी पुकार रही राम मेरे आ जाओ,
खट्टे मीठे बेरों में मेरे राम का बसेरा है ||1||



द्रोपदी पुकार रही गिरिधर मेरे आ जाओ,
चीर के तागों में मेरे श्याम का बसेरा है ||2||



मीरा पुकार रही गिरिधर मेरे आ जाओ,
विष के प्याले में मेरे कृष्ण का बसेरा है ||3||



हम सब पुकार रहे हरि मेरे आ जाओ,
श्री मद भागवत में श्यामा श्याम का बसेरा है,
गुरु जी की वाणी में श्यामा श्याम का बसेरा है ||4||

जय श्री राधे कृष्ण



       श्री कृष्णाय समर्पणम्

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