
साधो ! ये मुर्दों का गाँव …पीर मरै पैगम्बर मरिहैमरिहै
साधो ! ये मुर्दों का गाँव …
पीर मरै पैगम्बर मरिहै
मरिहै जिन्दा जोगी
राजा मरिहै परजा मरिहै
मरिहै वैध और रोगी ||1||
चन्दा मरै सूरज मरिहै
मरिहै धरती आकाशा
चौदह भुवन के चौधरी मरिहै
इनहूँ से का आशा ||2||
नौ हूँ मरिहै दस हूँ मरिहै
मरिहै सहज अट्ठासी
तैंतीस कोटि देवता मरिहै
बड़ी काल की फांसी ||3||
नाम अनाम अनन्त रहत है
दूजा तत्व न होई
कहे कबीर सुनो भाई साधो
भटक मरो मत कोई ||4||
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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राधा सुनु राधा देखूं राधा राधा गाऊँ सखीकौन विधि
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