
अब बिरहन की लीजो खबरिया
मुरली सुनाओ मेरे साँवरिया |
कैसे सुनाऊँ हिय की बतियाँ
नैनन माँहि बीते सारी रतियाँ
दूर देस हाय तेरी नगरिया
अब बिरहन की लीजो खबरिया ||1||
तुम बिन प्रियतम प्राण मेरो जावे
कोऊ तेरा संदेसा नाँहि आवे
व्याकुल भई मोहना तेरी बांवरिया
अब बिरहन की लीजो खबरिया ||2||
या मिल जावो या प्राण हरो मेरो
व्याकुल हिय पिया नाम रटे तेरो
धीर धरे कैसो हाय तेरी गुजरिया
अब बिरहन की लीजो खबरिया ||3||
जै श्री राधे कृष्ण
🌺
श्री कृष्णायसमर्पणं
0 Comments: