
नैनन बने मोरे आज बदरिया
हिय की पीर हरो अबहुँ साँवरिया |
छम छम नैना बरसत सजनी
काटे नाय कटे हाय रजनी
रोवै क्षण क्षण तेरी बांवरिया ||1||
बिरह ताप मेटो नटवर नागर
फूट ना जावै रस की गागर
अबहुँ सुना देयो अपनी बाँसुरिया ||2||
पिय बिन स्वास स्वास होय भारी
बिरहन बाँवरी तेरी अति दुखियारी
प्राण ना राखै हाय तेरी गुजरिया ||3||
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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