
तीन बार भोजन और भजन एक बारउसमे भी आते हे
तीन बार भोजन और भजन एक बार
उसमे भी आते हे झंझट हजार|
मन मेरा कहता हे गंगा नहा आऊ,
गंगा नहा आऊ यमुना नहा आऊ
जाते जाते रास्ते में आ गया बुखार
इसमें भी आते हे झंझट हजार||1||
मन मेरा कहता हे मंदिर हो आऊ
मंदिर हो आऊ जरा दर्शन कर आऊ
जाते जाते मंदिर के लग गए किवाड़
उसमे भी आते हे झंझट हजार||2||
मन मेरा कहता हे दान कर आऊ
दान कर आऊ थोडा पुण्य कर आऊ
महंगाई ज्यादा और बड़ा परिवार
उसमे भी आते हे झंझट हजार||3||
मन मेरा कहता हे माला जप आऊ
माला जप आऊ माला जप आऊ
जपते जपते आ गए रिश्तेदार
इसमें भी आते हे झंझट हजार||4||
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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