मधुर मधुर सगरो ब्रज धाम |मधुर मधुर सगरे ब्रजवासी, गारी देवे

मधुर मधुर सगरो ब्रज धाम |मधुर मधुर सगरे ब्रजवासी, गारी देवे





मधुर मधुर सगरो ब्रज धाम |


मधुर मधुर सगरे ब्रजवासी, 
गारी देवे ले ले नाम||1||


मधुर मधुर बहे यमुना महारानी,
 कटे यमफंद जो करे प्रणाम ||2||


मधुर मधुर सब सखी सहचरी, 
करे नित सेवा आठो याम||3||


मधुर मधुर स्वर वंशी बजत है,
 पुकारे श्री राधा नाम ||4||



प्रभु! " चितवन तुम्हारी क्या कहें मस्ती बरस रही है ,
पाने को इक झलक ये दुनियाँ तरस रही है "।



जै श्री राधे कृष्ण


🌺

श्री कृष्णायसमर्पणं



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