रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा 'काया कुटि खाली करना पड़ेगा |चमड़े

रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा 'काया कुटि खाली करना पड़ेगा |चमड़े






रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा 
'काया कुटि खाली करना पड़ेगा |




चमड़े के कमरे को तू कया संभाले,


 'जिस दिन तुझे घर का मालिक निकाले  |

इसका किराया भी भरना पड़ेगा

 ' काया कुटि खाली करना पड़ेगा  ||1||




आयेगा नोटिस जमानत न होगी 


'पले में अगर कुछ अमानत न होगी 

फिर हो के कैद तुझे चलना पड़ेगा 

' काया कुटि खाली करना पड़ेगा ||2||




मेरी न मानो यमराज तो मनाएगें 


' तेरा करम दंड मार मार भुगताएगें  

घोर नरक बीच दुःख सहना पड़ेगा

 काया कुटि खाली करना पड़ेगा  ||3||






कह गीता नंद फिरेगा तू  रोता 

 '  लख चौरासी में तू खायेगा गोता
फिर फिर जन्म ले के मरना पड़ेगा
 ' काया कुटि खाली करना पड़ेगा  ||4||

जै श्री राधे कृष्ण


🌺

श्री कृष्णायसमर्पणं

Previous Post
Next Post

post written by:

Related Posts

0 Comments: