शिव शंकर भोले भाले, भोले भक्तो के रखवाले ।तुम को

शिव शंकर भोले भाले, भोले भक्तो के रखवाले ।तुम को








शिव शंकर भोले भाले, भोले भक्तो के रखवाले ।

तुम को लाखों प्रणाम, तुमको मेरा प्रणाम ॥



तुमने यह संसार बनाया, सभी तुम्हारी माया छाया ।

सर्पों की माला वाले, कैलाश पर्वत वाले,

गंगा को धारण करने वाले ,भक्ति देने वाले || 1  || 




तुम जल थल में तुम अम्भर में, तुम हो नगर नगर घर घर में ।

तुम हो लहर लहर स्वर स्वर में, कहाँ नहीं तुम हो जग भर में ॥
डमरू के बजने वाले, दुष्टों को मिटाने वाले  || 2  || 




हर हर हर महादेव का नारा, नर नारी घर घर का प्यारा ।

दीप तुम्हारा तेल तुम्हारा, दुनिया का सब खेल तुम्हारा ॥
हे खेल खिलाने वाले, त्रिभुवन की नचाने वाले  || 3  || 


जै श्री राधे कृष्ण


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श्री कृष्णायसमर्पणं

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