शिव भोला भंडारी हैं, बाबा शिव भोला भंडारी |हे भोले

शिव भोला भंडारी हैं, बाबा शिव भोला भंडारी |हे भोले










शिव भोला भंडारी हैं, बाबा शिव भोला भंडारी |
हे भोले कैलाशपति, बाबा सुनियो अर्ज हमारी ||


मस्तक पे तेरे चंदा सजे,

गले सर्पों की माला, बाबा गले सर्पों की माला |

जटा-जुट से बहती गंगा,

कान में कुंडल डाला, बाबा कान में कुंडल डाला ||1||


बैधनाथ धाम विराजे,

भीड़ पड़ी अति भारी,बाबा भीड़ पड़ी अति भारी |

दूर दूर से आवें भक्तजन,
होवे मुरादें पूरी, भोले होवे मुरादें पूरी ||2||



दुनिया को तू अमृत बाटें,

जहर हलाहल पिए, बाबा जहर हलाहल पिए |

नीलकंठ तेरा नाम हैं बाबा,

कहते हैं त्रिपुरारी, भोले कहते हैं त्रिपुरारी ||3||

जै श्री राधे कृष्ण
🌺




श्री कृष्णायसमर्पणं

.       

Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: