शिव भोला भंडारी हैं, बाबा शिव भोला भंडारी |हे भोले
शिव भोला भंडारी हैं, बाबा शिव भोला भंडारी |
हे भोले कैलाशपति, बाबा सुनियो अर्ज हमारी ||
मस्तक पे तेरे चंदा सजे,
गले सर्पों की माला, बाबा गले सर्पों की माला |
जटा-जुट से बहती गंगा,
कान में कुंडल डाला, बाबा कान में कुंडल डाला ||1||
बैधनाथ धाम विराजे,
भीड़ पड़ी अति भारी,बाबा भीड़ पड़ी अति भारी |
दूर दूर से आवें भक्तजन,
होवे मुरादें पूरी, भोले होवे मुरादें पूरी ||2||
दुनिया को तू अमृत बाटें,
जहर हलाहल पिए, बाबा जहर हलाहल पिए |
नीलकंठ तेरा नाम हैं बाबा,
कहते हैं त्रिपुरारी, भोले कहते हैं त्रिपुरारी ||3||
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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