
रामनाम मस्तानी मैं तो नाचूँगी
मैं हूँ एक दीवानी , मैं तो नाचूँगी ।
अनहद बाजैं ढोल तो सुरता नचती है,
मन मे उठें हिलोर तो पायल बजती है ,
मैं रागों की रानी मैं तो नाचूँगी ।।1।।
उजली मेरी चूनर उजला आँचल है,
मुझको पागल कहती , दुनिया पागल है
पी ली है अनछानी, मैं तो नाचूँगी ।।2।।
सवारियां साजन को संग नचाऊँगी
लोक लाज तज ऐसी धूम मचाऊंगी
देखूँ लाभ न हानि , मैं तो नाचूँगी ।।3।।
तन्मय होकर , मेरे सद्गुरु नाचे थे ,
संगत में निर्दोष के घुंघरू बाजे थे
नाचे शिव सैलानी मैं तो नाचूँगी ।।4।।
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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