
ब्रज की गली-गली में शोर, आयो-आयो माखन चोर
आयो-आयो री आयो री आयो माखन चोर |
मथुरा से इक चोर है आया, चोर जेल से भाग कर आया
मामाजी से चोरी आया, सांकल कुंडे तोडकर आया
आधी रात मथुरा में काटी, गोकुल में मच गया शोर ||1||
चोर भी कारो रैन भी कारी, धन्य-धन्य मेरे कृष्ण मुरारी
तेरी लीला अजब कन्हाई, बाबा को चोरी सिखलाई
चोरो के सिर में मोर, ब्रज की गली -2 में शोर ||2||
वासुदेव ने कदम बढाया, यमुना ने है फ़न फ़ैलाया
पैर को छू के नीचे आई, धन-धन हो गई यमुना माई
जाओ कान्हा जी जाओ यशोदा मां के पास ||3||
यशोदा मां ने गले से लगाया, बदले में उसके लडकी ले आए
सोए पडे है पहरेदार, जाओ बाबा जाओ देवकी मां के पास ||4||
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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