ओ भगवान को भजने वाले धर ले मन में ध्यानभाव

ओ भगवान को भजने वाले धर ले मन में ध्यानभाव






ओ भगवान को भजने वाले धर ले मन में ध्यान
भाव बिनु मिले नहीं भगवान|




दुर्योधन की छोड़ी मेवा विदुरानी की भा गयी सेवा
श्रद्धा और समर्पण से ही रीझै है भगवान
भाव बिनु मिले नहीं भगवान … ||1||



जूठे फल शबरी के खाए राम ने रूचि रूचि भोग लगाए
जो ढूंढे उसको मिल जाये कहते वेद पुराण
भाव बिनु मिले नहीं भगवान … ||2||




ध्रुव प्रहलाद सुदामा तेरा नरसी भगत का मिटाया फेरा
भूल गए मोहन ठकुराई बन गए सेवक आन
भाव बिनु मिले नहीं भगवान … ||3||


जै श्री राधे कृष्ण
🌺





श्री कृष्णायसमर्पणं

post written by:

Related Posts

0 Comments: