आज अयोध्या मंगलचार . मंगल कलश माल अरु
आज अयोध्या मंगलचार
. मंगल कलश माल अरु तोरण ,
बंदीजन गावत सब द्वार |
दशरथ कौशल्याजु कैकई बैठे,
. आयमंदिर के द्वार ...
रघुपति भरत शत्रुघ्न लक्ष्मण ,
चार्यो धीर उदार ||1||
एक नाचत एक करत कुलाहल ,
. पायन नूपुर को झंकार ....
परमानंद दास मनमोहन ,
प्रकटे असुर संघार ||2||
जै श्री राधे कृष्ण
🌺
श्री कृष्णायसमर्पणं
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