कनक भवन की विहारिणी स्वामिनी जू ,करुणा कृपालुता दयालुता की
कनक भवन की विहारिणी स्वामिनी जू ,
करुणा कृपालुता दयालुता की धाम है।
'भक्तन पे राखतीं सदैव ही दुलार अति,
सखिन पे राखतीं सनेह अविराम है।।
करती सदैव ठकुराई सब लोखन की
पापिन को पक्ष करने में सरनाम हैं।
जन ' जयरामदेव ' जिनके स्वभाव पर,
रीझि रीझि मोहित है बिके प्रभु राम हैं।।
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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