कैसों धीर धरूँ मोरी श्यामा चरणन मोहे लगाए रखियो |नहीं

कैसों धीर धरूँ मोरी श्यामा चरणन मोहे लगाए रखियो |नहीं



कैसों धीर धरूँ मोरी श्यामा चरणन मोहे लगाए रखियो |
नहीं कोई ठौर मेरो लाडली अपनी शरण बिठाय रखियो !!



सेवा दीजौ मोहे लाडली नित तेरो कुञ्ज बुहारन को !
जिव्हा मेरी रहे लाडली तेरो नाम उच्चारण को !!




जैसो इच्छा होय मम लाडली वैसो मैं व्योहार करूँ !
अपने करों से नित्य लाडली मैं तेरो सिंगार करूँ !!




इतो देरी करो नहीं श्यामा देर भई अबहुँ बहुतेरी !
निज दासी मोहे कीजौ श्यामा बनी रहूँ चरणन चेरी 




जै श्री राधे कृष्ण
🌺



श्री कृष्णायसमर्पणं

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