
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की |
चरण बिना मुझे कुछ नहीं भाये,
जग माया सब स्वपनन की ||1||
भव सागर सब सूख गया है,
फिकर नाही मोहे तरनन की ||2||
आत्म ज्ञान दियो मेरे सतगुरु,
पीड़ा मिटी भव मरनन की ||3||
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर,
आस बंधी गुरु चरणन की ||4||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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