ज़िन्दगी है दाव पे, और दाव तेरे हाथ में,      क्यूँ करूँ चिंता कन्हैया, जब तूं मेरे साथ में ।।

ज़िन्दगी है दाव पे, और दाव तेरे हाथ में, क्यूँ करूँ चिंता कन्हैया, जब तूं मेरे साथ में ।।





धुन-  'हमसफ़र मेरे हमसफ़र' 

  ज़िन्दगी है दाव पे, और दाव तेरे हाथ में, 
  क्यूँ करूँ चिंता कन्हैया, जब तूं मेरे साथ में ।

आप ही के जोर पे, बढ़ता रहा मैं सांवरे,
आपके ही ध्यान में, लहरा रहा मैं सांवरे,
आपने थामे हुए हैं, हाथ अपने हाथ में ||1||
    
गूंजते नग्मे तुम्हारे, धडकनों की ताल पर,
आपकी नज़रें हमेशा, रहती मेरे हाल पर,
आपका ये क़र्ज़ प्यारे, आप ही के हाथ में ||2||
    
कौन से जन्मो का फल प्रभु, इस जनम में पाया है,
आपके गुणगान का, मौका हमें मिल पाया है,
नन्दू' ऐसी ही कृपा, रखना अपने दास पर ||3||

                                     
 ''जय श्री राधे कृष्णा ''
 
                                                                                              
     
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