राधे तेरे चरणों की , श्यामा तेरे चरणों की गर धुल जो मिल जाये
published on 24 सितंबर
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धुन- तूँ प्यार सागर है
राधे तेरे चरणों की , श्यामा तेरे चरणों की, गर धुल जो मिल जाये सच कहता हूँ मेरी , ज़िन्दगी संवर जाये |
सुनते हैं तेरी रहमत , दिन रात बरसती है, एक बूंद जो मिल जाये , मेरे मन की कली खिल जाये || १ ||
ये मन मेरा बड़ा चंचल है , कैसे तेरा भजन करूँ, जितना इसे समझाऊं , उतना ही मचल जाये || २ ||
नज़रों से गिरना ना , चाहे जितनी सजा दे दो, नज़रों से जो गिर जाये , मुश्किल ही सम्हल पायें || ३ ||
राधे इस जीवन की , बस एक तमन्ना है, तुम सामने हो मेरे , और प्राण निकल जाये || ४ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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